काव्यांश / पद्यांश
निम्नलिखित काव्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर लिखिए :
जन्म से ही वे अपने साथ लाते हैं कपास
पृथ्वी घूमती हुई आती है उनके बेचैन पैरों के पास
जब वे दौड़ते हैं बेसुध
छतों को भी नरम बनाते हुए
दिशाओं को मृदंग की तरह बजाते हुए
जब वे पेंग भरते हुए चले जाते हैं
डाल की तरह लचीले वेग से अक्सर
छतों के खतरनाक किनारों तक
उस समय गिरने से बचाता है उन्हें
सिर्फ़ उनके ही रोमांचित शरीर का संगीत
पतंगों की धड़कती ऊँचाइयाँ उन्हें थाम लेती हैं महज़ एक्
धागे के सहारे
पतंगों के साथ-साथ वे भी उड़ रहे हैं
अपने रंध्रों के सहारे
अगर वे कभी गिरते हैं छतों के खतरनाक किनारों से
और भी निडर होकर सुनहले सूरज के सामने आते हैं
पृथ्वी और भी तेज़ घूमती हुई आती है
उनके बेचैन पैरों के पास
प्रश्न. काव्यांश में ‘वे’ और ‘उनके’ सर्वनाम शब्द किनके लिए प्रयुक्त हुए हैं?
प्रश्न. ‘जन्म से ही वे अपने साथ लाते हैं कपास’ पंक्ति का आशय क्या है?
प्रश्न. ‘दौड़ते हैं बेसुध’ पंक्ति के अनुसार बच्चों की बेसुधी के क्या उदाहरण हैं?
प्रश्न. छतों के किनारों से उन्हें गिरने से कौन बचाता है?