CBSEEducationNCERT class 10thPunjab School Education Board(PSEB)

कारतूस (कहानी) – लघु प्रश्न – उत्तर


प्रश्न 1. कर्नल कालिंज का खेमा जंगल में क्यों लगा हुआ था?

उत्तर – वज़ीर अली को पकड़ने के लिए कर्नल कालिंज का खेमा जंगल में लगा हुआ था। वज़ीर अली एक जाबाँज सिपाही था। वह अंग्रेजों की पकड़ में नहीं आ रहा था अतः उसे पकड़ने के लिए कर्नल को जगंल में खेमा लगाना पड़ा था।

प्रश्न 2. कर्नल को वज़ीर अली के अफसाने सुनकर रॉबिन हुड के कारनामे क्यों याद आ गए?

उत्तर – वज़ीर अली के अफसाने सुनकर कर्नल को रॉबिन हुड की याद इसलिए आ जाती थी, क्योंकि उनके कारनामें से सिपाही परेशान हो जाते थे, वह आदमी है या भूत, पकड़ में नहीं आता था और अंग्रेजों के खिलाफ उसके दिल में नफरत थी। वह ऐसे बहादुरी भरे और साहस भरे कारनामे करता था, जिन्हें सुनकर कर्नल को रॉबिन हुड की याद आ जाती थी।

प्रश्न 3. ‘कारतूस’ पाठ में सआदत अली को किस प्रकार का व्यक्ति बताया गया है?

उत्तर – कारतूस पाठ के अनुसार सआदत अली लालची, ईष्यालु, मौका परस्त व्यक्ति था। उसने अवध का तख्त प्राप्त करने हेतु देशद्रोह किया और अंग्रेजों से मित्रता कर ली ताकि वह स्वयं नवाब बन ऐश की जिंदगी गुजार सके।

प्रश्न 4. सआदत अली कौन था? कर्नल उसे अवध के तख्त पर क्यों बिठाना चाहता था?

उत्तर – सआदत अली आसिफ़उद्दौला का छोटा भाई तथा वज़ीर अली का चाचा था। उसके माध्यम से कर्नल अवध में अपना साम्राज्य स्थापित कर सम्पत्ति हड़पना चाहता था।

प्रश्न 5. ‘कारतूस’ आधार पर लिखिए कि सआदत अली कौन था? उसने वज़ीर अली की पैदाइश को अपनी मौत क्यों समझा?

उत्तर – सआदत अली अवध के नवाब आसिफउद्दौला का भाई तथा अंग्रेजों का समर्थक था। आसिफउद्दौला के यहाँ लड़के की कोई उम्मीद नहीं थी। सआदत अली मन-ही-मन अपने को अवध का उत्तराधिकारी मान बैठा था, परन्तु जब आसिफउद्दौला के यहाँ वजीर अली का जन्म हुआ तो उसे वह बात नागवार लगी। उसने वजीर अली की पैदाइश को अपनी मौत समझा।

प्रश्न 6. ‘सआदतअली’ अंग्रेज़ों का हिमायती क्यों था? ‘कारतूस’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर – सआदत अली एक विलासी व्यक्ति था। वह अवध के तख्त पर बैठना चाहता था लेकिन आसिफउद्दौला के पुत्र होने पर सआदत अली के तख़्त पर बैठने के अरमानों पर पानी फिर गया। तब अंग्रेजों ने उसकी सहायता की और उसे अवध का नवाब बना दिया। इसलिए वह अंग्रेजों का हिमायती था।

प्रश्न 7. कंपनी के वकील का कत्ल करने का क्या कारण था?

उत्तर – अंग्रेज़ों ने वज़ीर अली को तख्त से हटाकर बनारस पहुँचा दिया और तीन लाख रुपए सालाना वजीफा मुकर्रर किया। कुछ महीने बाद गवर्नर जनरल ने उससे मिलने के लिए उसे कलकत्ता (कोलकाता) बुलवाया। वज़ीर अली ने इस बारे में कंपनी के वकील से शिकायत की। वकील ने वज़ीर अली की शिकायत की परवाह न करते हुए उसे बुरा-भला कहा। गुस्से और नफरत से भरे होने के कारण वज़ीर अली ने उसका कत्ल कर दिया।

प्रश्न 8. वकील का कत्ल करने के बाद क्या हुआ?

उत्तर – कम्पनी के वकील का कत्ल करने के बाद वज़ीर अली अपनी हिफाजत करने के लिए अपने जानिसारों समेत आजमगढ़ की तरफ़ भाग गया। आजमगढ़ के बादशाह ने उन लोगों को हिफाजत से घाघरा (घागरा) तक पहुँचा दिया। इस प्रकार वजीर अली अपने कुछ साथियों के साथ वहाँ के जंगलों में छिपकर रहने लगा।

प्रश्न 9. सवार ने कर्नल से कारतूस हासिल करने के लिए क्या तरीका अपनाया ?

उत्तर – सवार कर्नल के शिविर में जा पहुँचा। उससे बातचीत कर उसे विश्वास दिला दिया कि वह वजीर अली का दुश्मन है और उसे मारना चाहता है। इस काम के लिए उसने कुछ कारतूस कर्नल से माँगे, कर्नल ने उसे दस कारतूस दे दिए। इस प्रकार सवार ने चालाकी से कर्नल से कारतूस हासिल किए।

प्रश्न 10. सवार के जाने के बाद कर्नल के हक्का-बक्का रहने का क्या कारण था ?

उत्तर – सवार के जाने के बाद कर्नल हक्का-बक्का इसलिए रह गया, क्योंकि उसे वज़ीर अली की हिम्मत और बहादुरी ने अचंभित कर दिया था। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था, सवार के रूप में वज़ीर अली उसके खेमे (शिविर) में आकर, कारतूस लेकर, उसकी जान बख्श कर चला गया और वह कुछ भी नहीं कर सका।