काम करने की इच्छाशक्ति होना ही काफी नहीं है, काम करके दिखाएं भी।


जो व्यक्ति काम करने के तरीके या उसकी थ्योरी समझे बिना ही प्रैक्टिस करने लगता है, उसकी स्थिति ऐसे नाविक की तरह होती है जिसे मालूम नहीं होता कि जाना किस दिशा में है।

यदि आप दिन में पूरे 24 घंटे कुछ नया सीख रहे हैं, तो भी दिमाग को थकान नहीं होगी।

असली खुशी का अनुभव करने के लिए चीज़ों को समझना शुरू कीजिए।

इंसान को सबसे बड़ा धोखा अपने गलत विचारों से ही मिलता है।

एक समझदार व्यक्ति सिर्फ ज्ञान की ख्वाहिश रखता है।

• सिर्फ जानकारी होना जरूरी नहीं है, उसे काम में लाना भी सीखें। इसी तरह काम करने की इच्छाशक्ति होना ही काफी नहीं है, काम करके दिखाएं भी।

एक अच्छी तरह से बिताया हुआ दिन सुखद नींद लेकर आता है।

जो गुणों के बीज बोता है, वही जीवन में आगे चलकर सम्मान की फसल काट पाता है।

सबसे बड़ी खुशी समझने की खुशी होती है।

अंत की तुलना में शुरुआत में विरोध करना ज्यादा आसान होता है।

• जो आप नहीं समझते हैं, यदि उसकी प्रशंसा करते हैं तो बुरा करते हैं। लेकिन अगर निंदा करते हैं, तो और भी ज्यादा बुरा करते हैं।

लिओनार्दो दा विंची