कविता : माँ तुझे सलाम है
माँ तुझे सलाम है
हे माँ ! तू वरदान है,
तू धरती की मानस पुत्री,
तू ईश्वर की पहचान है,
माँ ! तुझे सलाम है।
तू ममता की जलती ज्योति,
तेरे बिन मेरी कोई हस्ती न होती,
तू जीवन, तू जान है,
माँ ! तुझे सलाम है ।
तुझसे जीवन मैंने पाया,
हर संकट में बनी तू साया
तेरे हर आशीष में निहित
होता मेरा कल्याण है ।
हे माँ ! तू महान है,
माँ ! तुझे सलाम है।