कक्षा 12वीं प्रश्न-उत्तर
प्रश्न. लेखक ने शिरीष को कालजयी अवधूत (संन्यासी) की तरह क्यों माना है?
उत्तर : संन्यासी की तरह ही सुख-दुःख की परवाह ना करना ।
जीवन की अजेयता के मंत्र की घोषणा करना।
बाहर गर्मी, धूप, बारिश से प्रभावित ना होना।
धैर्य के साथ प्रतिकूल परिस्थितियों में अजेय जीवन व्यतीत करना।
भावनाओं की भीषण गर्मी में भी अजेय रहना।