प्रश्न. रेडियो श्रव्य माध्यम है। यह ध्वनि के माध्यम से ही संप्रेषण करता है इसलिए नाटक में ध्वनि संकेतों का विशिष्ट महत्त्व है। रेडियो नाटक में ध्वनि संकेतों की महत्ता स्पष्ट करते हुए कोई तीन बिंदु अवश्य लिखिए।
उत्तर : रेडियो नाटक में केवल आवाज़ का ही महत्त्व है, अतः अधिक पात्र एक साथ उपस्थित न किए जाएँ तो अच्छा होगा। साथ ही पात्रों के व्यक्तित्व को शब्दों द्वारा उखाड़ना चाहिए क्योंकि इसमें ध्वनि का अधिक महत्त्व है।