कक्षा 12वीं प्रश्न-उत्तर
प्रश्न. डॉ. अंबेडकर ‘समता’ को कल्पना की वस्तु क्यों मानते हैं?
उत्तर : • डॉ. आंबेडकर का मानना है कि हर व्यक्ति समान नहीं होता है।
• जन्म, सामाजिक स्तर, प्रयत्नों के कारण भिन्नता व असमानता होती है।
• मनुष्य जन्म से ही सामाजिक स्तर के अनुरूप तथा अपने प्रयासों के कारण भिन्न और समान होता है।
• अतः पूर्ण रूप से समता एक काल्पनिक स्थिति है।
• पूर्व समता एक काल्पनिक स्थिति है।
• इसके ‘बावजूद वे सभी मनुष्यों को विकसित होने के समान अवसर देना चाहते हैं।
• वे सभी मनुष्यों के साथ समान व्यवहार चाहते हैं।