solution for NCERT Punjabi and Hindi CBSE, History of India, Zafarnama, History of Punjab, Anuchhed and Lekh in Hindi and Punjabi, Hindi and Punjabi suvichar
जैसे क्रोध से और अधिक क्रोध पैदा होता है, उसी तरह प्रेम से और अधिक प्रेम जन्मता है।
उत्साह से उत्सव की दूरी सिर्फ संघर्ष ही नाप सकता है।
खुश होने के लिए पैमाना मत देखिए, खुशियों के मौके अपार मिलेंगे।
सकारात्मकता हमारी शारीरिक और मानसिकसेहत से जुड़े पहलुओं को प्रभावित करती है।
सकारात्मक महसूस करने के लिए प्रेरणा जरूरी है। यह प्रेरणा किसी किताब, किसी लेख या किसी फिल्म से भी मिल सकती है।
यदि हम अपनी समस्या का हल निकाल सकते हैं तो किस बात की चिंता? और यदि समस्याका कोई हल ही नहीं है तो चिंता करने से कोई फायदा ही नहीं है।
हज़ारों युद्ध लड़ने की बजाय खुद पर विजय प्राप्त करनी चाहिए। फिर जीत स्वयं की होगी, जिसे कोई छीन नहीं पाएगा।
एक संयमित मन हमारा परम मित्र साबित हो सकता है और एक असंयमित मन हमारा परम शत्रु साबित हो सकता है।
बड़े काम करने के लिए आत्मविश्वास पहली अनिवार्यता है।
हमें मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता अथाह समुद्र के समान है, यदि समुद्र की कुछ बूंदें गंदी हैं, तो इससे पूरा समुद्र गंदा नहीं हो जाता।
आप आज जो करेंगे,आपका भविष्य उसी पर निर्भर करेगा।
सकारात्मक सोच से हमारी इम्युनिटी मजबूत होती है।
जब भी जीवन आपको मुश्किल लगे तो वहाँहमेशा कुछ न कुछ ऐसा भी होगा जो आप कर सकते हैं और उसमें सफलता भी हासिल कर सकते हैं।
सिर्फ शांत रहने से मन के हज़ारों विचार धीरे – धीरे खुद घट जाते हैं।
मन को संयत करने का पहला सोपान है कि कुछ समय तक चुप्पी साध कर बैठे रहो और मन को अपने अनुसार विचरण करने दो।
अपने उद्देश्य में ईमानदारी से लगे रहना सफलता का सबसे बड़ा रहस्य है।
जीवन यात्रा है, मंज़िल नहीं, खुशी हमें ही लानी होगी।
हमें वास्तविक शांति और खुशी प्रक्रिया में मिलेगी, नतीजों में नहीं। हमें यह सोच बदलनी होगी कि मंज़िल ही हमारी खुशी है।
स्वाभाविक है कि जीवन में शिकायतें होंगी, लेकिन सिर्फ शिकायतों पर ध्यान देना ही हमारी शांति छीनता है।
दिल में नेकी होती है तो चरित्र खूबसूरत बनता है। जब चरित्र खूबसूरत होता है तो घर में एकता और तालमेल बढ़ता है। जब घर में यह सामंजस्य होता है तो देश में व्यवस्था औरशांति रहती है।
मनोचिकित्सक कहते हैं कि यदि आपकी ज़िंदगी में नकारात्मक परिस्थितियां आती हैं तो उन्हें स्वीकार कीजिए।
तकलीफों से भागने की बजाय उनका सामना करते हैं तो उनसे निपटना आसान हो जाता है।
ज़िंदगी का एक छोटा हिस्सा ही सफलता के लिए बड़ा आधार होता है।
सफलता के तीन मंत्र हैं – दूसरों से ज्यादा जानकारी प्राप्त करें। दूसरों से ज्यादा मेहनत करें और दूसरों की अपेक्षा कम उम्मीद करें।
सकारात्मक सोच रखने वाले समस्याएं सुलझाने में भी बेहतर होते हैं।