इतिहास में 9 जनवरी का दिन
9 जनवरी, 1982
इस दिन भारतीय वैज्ञानिकों का दल पहली बार अंटार्कटिक महाद्वीप पहुंचा था। उस दल में 21 सदस्य थे। अंटार्कटिक में दल का सामना तेज तूफानी बर्फीली हवाओं से हुआ। इस दल ने अंटार्कटिक से लौटते समय एक समुद्री पर्वत को खोजा था। इसका नाम ‘इंदिरा’ रखा गया।
तब से भारत ध्रुवीय विज्ञान में अग्रिम मोर्चे पर रहा है। ये दल 21 फरवरी को देश लौटा था। दक्षिण गंगोत्री और मैत्री अनुसंधान केंद्र स्थित भारतीय अनुसंधान केन्द्र में उपलब्ध मूलभूत आधार में वैज्ञानिकों को विभिन्न विषयों जैसे वातावरणीय विज्ञान, जैविक विज्ञान और पर्यावरणीय विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी अनुसंधान करने में सक्षम बनाया।
इनमें से कई अनुसंधान कार्यक्रमों में अंटार्कटिक अनुसंधान सम्बन्धी वैज्ञानिक समिति (SCAR) के तत्वाधान में सीधे वैश्विक परीक्षणों में योगदान दिया है। अंटार्कटिक वातावरणीय विज्ञान कार्यक्रम में कई वैज्ञानिक संगठन भाग ले चुके हैं।
अंटार्कटिक 140 लाख वर्ग किमी में फैला है। क्षेत्रफल में यह एशिया, अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के बाद पांचवां बड़ा महाद्वीप है। 98% भाग पर औसतन 1.6 किमी मोटी बर्फ़ की परत है।