आज का सुविचार (Quote)

सुगंध का स्रोत हमारे भीतर ही है। हम अपनी ख़ुशी को लोगों, जगह और चीज़ों से जोड़ते हैं। जो खुशी बाहरी चीज़ों पर निर्भर होती है वह बहुत कमजोर होती है।

स्वामी मुकुंदानंद