आज का सुविचार

जो यह जानते हुए भी पेड़ लगाता है कि वह कभी उसकी छाया में नहीं बैठ पाएगा, उसने जीवन के अर्थ को जानना आरंभ कर दिया है

गुरूदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर