लोगों की आदत होती है कि विपरीत परिस्थितियों का दोष वो उस वक्त के हालात को दे देते हैं, दूसरों की गलतियां ढूंढने लगते हैं।
ऐसे में बेहद जरूरी है कि सबसे पहले खुद का आकलन किया जाए।
आपको यह देखना होगा कि आपकी तरफ से कमी कहां रह गई।
जब आप अपनी कमी पर ध्यान देंगे तो हल अपने आप ही सामने आ जाएगा।
आपके आसपास कोई थमा नहीं है। वो रोज कुछ नया सीख रहा है और खुद को बेहतर बना रहा है।
काम के प्रति समर्पण और प्रेम आपसे मेहनत करवाएगा, आपके अंदर से सर्वश्रेष्ठ को बाहर लाएगा।
राहुल द्रविड़