आज का सुविचार


आलस से बचना है तो लालची बन जाएं।

थोड़े से लालच के बिना कुछ बेहतर हासिल करने की इच्छा पूरी नहीं होती।

दुनिया इसलिए प्रगति कर रही है कि हम बेहतर जीवन जीना चाहते हैं।

हम बेहतर चाहते हैं इसलिए नए आविष्कार होते हैं।

जब आप ऐसी चीज से कतरा रहे हों जो आपको चाहिए, तो खुद से पूछें कि इसमें मेरे लिए क्या है?

आलस छोड़ें, लालची बन जाएं।

रिच डैड पुअर डैड