अपने विचारों के बारे में भी क्रिटिकल होकर सोचें।


  • ओपिनियन आंख, नाक, कान की तरह होते हैं, वे सबके पास होते हैं।
  • दूसरों ही नहीं, अपने विचारों के बारे में भी क्रिटिकल होकर सोचें। अपने पूर्वाग्रहों और पक्षपातों को पहचानें। बौद्धिक रूप से सुदृढ़ बनें। केवल तभी आपकी एक पुख्ता सोच बन सकती है।
  • जो काम हमारे पास है, उसे हम गर्व, रुचि और लगन से करें। हम कभी जान नहीं सकते कि कौन सी चीज़ हमें कहाँ ले जाएगी। क्या पता वह हमारे सपनों से भी बड़ी हो।
  • किसी की खुशी का कारण बनना जिंदगी का सबसे खूबसूरत एहसास है।
  • महान वही होता है, अपने विचारों के बारे में भी क्रिटिकल होकर सोचें।
  • अपनी जिंदगी से आहत करने वाली चीज़ों को निकाल फेंकने से आपकी खुशी बढ़ेगी और आप वाकई खुद को भाग्यशाली महसूस करेंगे।
  • सफलता एक दिन में नहीं मिलती पर मेहनत करें तो एक दिन जरूर मिलती है।
  • जीवन के हर क्षेत्र में सफलता हमारे व्यवहार और मानसिकता से तय होती है। सवाल इतना ही है कि हम इन्हें कैसे पुख्ता बनाते हैं।
  • एक कहावत है कि जब आप प्लान बनाते हैं तो ईश्वर ठहाका लगाता है, क्योंकि ये जरूरी नहीं कि सब कुछ आपके बनाए प्लान के हिसाब से हो। अपनी प्लानिंग में लचीलापन लाना भी उतना ही जरूरी है जितना कि एक पुख्ता प्लान बनाना।
  • सफलता कोई छोटी दौड़ नहीं, बल्कि एक यात्रा है जहां गंतव्य तक पहुंचने से पहले अनेकों बार असफलताओं का सामना करना पड़ता है।
  • कठिन परिस्थितियों में समझदार आदमी रास्ता खोजता है और कमजोर आदमी बहाना।
  • आलसी कलाकार कभी भी महान कलाकृतियां नहीं बना सकते।
  • बड़प्पन यह है कि आपके साथ कोई छोटा महसूस न करे।
  • आप जितना अधिक परिश्रम करते हैं, उतना ही अधिक भाग्य आपके पक्ष में आता है।
  • हम लंबा जीवन जीने से महत्वपूर्ण नहीं बनते। हमारा जीवन इससे महत्वपूर्ण बनता है कि हम कितने अच्छे से जिएं।
  • हर दिन इस सोच के साथ उठें कि आज हम क्या – क्या नया कर सकते हैं।
  • अगर हारने से डर लगता है तो जीतने की इच्छा न रखें।