अपने मूड का शिकार न बनें।


  • सादगी से बढ़कर कोई श्रृंगार नहीं होता और विनम्रता से बढ़कर कोई व्यवहार नहीं होता।
  • सपनों के शहर सोचने से नहीं मिलते। उसके लिए लगातार चलना जरूरी होता है।
  • सुबह उठते हैं और सोचते हैं कि भविष्य बेहतर होने वाला है, तो यह एक उज्ज्वल दिन है।
  • आप जितनी ज्यादा मेहनत करते हैं, उतने ही भाग्यशाली बनते जाते हैं।
  • हार को जल्दी भुला देना, जीत पर अत्यधिक उत्साहित नहीं होना और किसी भी स्थिति और तुरंत उबरने का प्रयास करने से व्यक्तित्व पर सार्थक प्रभाव पड़ता है।
  • जो हासिल कर चुके हों, उससे कभी भी संतुष्ट न हों, बेहतर बनते रहें।
  • एकांत में हम अपने साथ जो व्यवहार करते हैं, उसी का नाम धर्म है।
  • आप जैसे किसी पसंद न आने वाले काम में जबरदस्ती आनंद नहीं ले सकते, वैसे ही निचली मनोदशा से भी जबरदस्ती बाहर नहीं निकल सकते। जितनी अधिक ताकत आप इसमें लगाएंगे, उतना ही नीचे गिरेंगे, इसलिए अपने मूड का शिकार न बनें।
  • हम सभी अपने साथ यादों, चिंताओं, आत्म-संकोच या डर का बोझ उठाए हुए रहते हैं। जीवन में इन कमियों के साथ उद्देश्यपूर्ण रूप से आगे बढ़ें।
  • कभी भी कल पर उस काम को मत टालें, जिसे आप परसों भी कर सकते हैं।
  • अगर हम खुद के लिए अच्छे नहीं हैं, तो कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि कोई और हमारे लिए अच्छा होगा।
  • उन लोगों से दूर रहें जो आपकी महत्वाकांक्षाओं का मजाक उड़ाते हैं। छोटे लोग हमेशा ऐसा करते हैं, लेकिन वास्तव में महान लोग आपको महसूस कराते हैं कि आप भी महान बन सकते हैं।
  • सत्य कल्पना से अजीब होता है, लेकिन ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कल्पना को संभावनाओं से बंधे रहना पड़ता है; सत्य को नहीं।
  • यदि आप सच बोलते हैं तो आपको कुछ भी याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती है।
  • कभी भी उन लोगों को सच न बताएं जो इसके योग्य नहीं हैं।