अपठित गद्यांश
दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
यह देश तीर्थों का देश है। जितने तीर्थस्थान भारत में हैं उतने शायद ही किसी देश में हों। जब से भारत में आर्थिक तथा सामाजिक विकास की गति तेज हुई है, तब से बड़े-बड़े उद्योग एवं कारखाने सामाजिक तीर्थों के रूप में प्रतिष्ठा पाने लगे हैं। जब-जब किसी नई परियोजना का सूत्रपात होता है, तब-तब नए भारत का एक स्वप्न साकार हो उठता है। आर्थिक व सामाजिक दृष्टि से भारत जितना आगे बढ़ता जा रहा है, उतना ही वह अन्य देशों की दृष्टि में ऊँचा उठता जा रहा है। जब से भारत ने परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में प्रवेश किया है तब से जनता के मन में आशाओं का संचार हो उठा है। आज भारत के विकास में नए-नए अध्याय जुड़ रहे हैं। जहाँ वह आध्यात्मिक क्षेत्र में संसार का गुरु रहा है, वहाँ अब वह भौतिक विकास में भी किसी से पीछे नहीं है।
(क) भारत विश्व में किस रूप में पहचाना जाता है?
(i) पूर्ण विकसित देश के रूप में
(ii) पिछड़े देश के रूप में
(iii) तीर्थों के देश के रूप में
(iv) आदर्श देश के रूप में
(ख) लेखक के अनुसार सामाजिक तीर्थ क्या हैं?
(i) औद्योगिक शहर
(ii) बड़े-बड़े उद्योग और कारखाने
(iii) नदियों के किनारे स्थित शहर
(iv) समुद्र के किनारे स्थित राज्य
(ग) नए भारत का स्वप्न कब साकार हो उठता है?
(घ) भारतवासियों के हृदय में कब से नवीन आशा का संचार हो गया है?
(ङ) भारत किस क्षेत्र में संसार का गुरु रहा है?