CBSEEducationPunjab School Education Board(PSEB)अपठित गद्यांश (Comprehension in Hindi)

अपठित गद्यांश  : भोजन


भोजन संबंधी भूलों में सबसे बड़ी भूल बिना भूख खाना है। बिना भूख खाना अपने शरीर के साथ अपराध करना है। प्रायः लोगों का विचार है कि अधिक खाने से शरीर हष्ट-पुष्ट होता है और कम खाने से शरीर कमजोर हो जाता है। यह धारणा बिल्कुल गलत और स्वास्थ्य के नियमों का ज्ञान न होने की सूचक है। सभ्य समझी जाने वाली जातियों में यह प्रथा अधिक प्रचलित है। यही कारण है कि उनमें अपच का रोग बहुत अधिक होता है। मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है, जो भूख न लगने पर भी भोजन करता है। अन्य कोई प्राणी बिना तेज भूख लगे भोजन नहीं करता। कई सहस्त्र व्यक्ति भोजन केवल एक बार करते हैं। इस प्रकार के व्यक्ति केवल अभ्यास वश भोजन करते हैं और प्रायः उसे अपना कर्त्तव्य समझते हैं। भोजन को कभी कर्तव्य नहीं समझना चाहिए और न ही उसका अभ्यास डालना चाहिए। भोजन ऐसा होना चाहिए जो संतुलित हो, ताजा हो और शीघ्र पच जाने वाला हो। ऐसा भोजन करने से हम दीर्घायु, स्वस्थ तथा निरोग होते हैं।


प्रश्न 1. बिना भूख खाना अपने शरीर के साथ अपराध क्यों है?

(क) इससे शरीर पुष्ट होता है

(ख) इससे शरीर स्वस्थ बनता है

(ग) यह शरीर को लाभ की जगह हानि पहुँचाता है

(घ) इससे बाद में भूख नहीं लगती है।

प्रश्न 2. अपच का रोग किनमें अधिक पाया जाता है?

(क) असभ्य जातियों में

(ख) सभ्य जातियों में

(ग) गरीब लोगों में

(घ) परिश्रमी लोगों एवं मजदूरों में।

प्रश्न 3. भोजन के विषय में मनुष्य और पशुओं में क्या अंतर है?

(क) दोनों ही बहुत अधिक भोजन करते हैं

(ख) दोनों ही बहुत कम भोजन करते हैं

(ग) मनुष्य भूख लगने पर खाना खाता है जबकि पशु बिना भूख लगे

(घ) पशु तेज भूख लगने पर खाता है, जबकि मनुष्य बिना भूख खाता है।


प्रश्न 4. संतुलित सुपाच्य और ताजे भोजन का शरीर पर क्या असर होता है?

(क) शरीर मोटा होता है

(ख) शरीर दुर्बल होता है

(ग) शरीर अल्पायु बनता है

(घ) शरीर दीर्घायु स्वस्थ तथा नीरोग बनता है।

प्रश्न 5. ‘बिना भूख के खाना, अपने शरीर के साथ अपराध करना है’-

कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए।

कथन (1) : लोगों की यह अवधारणा गलत है कि अधिक खाने से शरीर हृष्ट-पुष्ट होता है और कम खाने से शरीर कमजोर हो जाता है।

कथन (II) : कई सहस्र व्यक्ति भोजन केवल एक बार करते हैं एवं प्रायः इसे अपना कर्तव्य समझते हैं। कथन (III) : भोजन को कभी भी कर्तव्य नहीं समझना चाहिए।

कथन (IV): भोजन करने का अभ्यास करना चाहिए।

विकल्प-

(क) कथन (1) सही है।

(ख) कथन (I) और (III) सही है।

(ग) कथन (II) और (III) सही है।

(घ) कथन (III) और (IV) सही है।