अपठित गद्यांश : दुःख का अधिकार (जिंदा आदमी)


जिंदा आदमी नंगा भी रह सकता है, परंतु मुर्दे को नंगा कैसे विदा किया जाए? उसके लिए तो बजाज की दुकान से नया कपड़ा लाना ही होगा, चाहे उसके लिए माँ के हाथों के छन्नी ककना ही क्यों न बिक जाएँ। भगवाना परलोक चला गया। घर में जो कुछ चूनी-भूसी थी सो उसे विदा करने में चली गई। बाप नहीं रहा तो क्या, लड़के सुबह उठते ही भूख से बिलबिलाने लगे। दादी ने उन्हें खाने के लिए खरबूजे दे दिए लेकिन बहू को क्या देती? बहू का बदन बुखार से तवे की तरह तप रहा था। अब बेटे के बिना बुढ़िया को दुअन्नी चवन्नी भी कौन उधार देता। बुढ़िया रोते-रोते और आँखें पोंछते-पोंछते भगवाना के बटोरे हुए खरबूजे डलिया में समेटकर बाज़ार की ओर चली-और चारा भी क्या था?

प्रश्न (क) लेखक ने समाज की किस कुप्रथा पर व्यंग्य किया है?

उत्तर : लेखक ने समाज की शव को नया कफन ओढ़ाने की कुप्रथा पर व्यंग्य किया है। ऐसा मनुष्य जो जीते-जी अपने लिए कपड़ों का प्रबंध नहीं कर पाता, उसके मरने पर उसे नया कफन दिया जाता है। कफन जुटाने में चाहे परिवारवालों के छन्नी-ककना ही क्यों न बिक जाएँ। यह प्रथा वास्तव में गरीबों की विवशता है।

प्रश्न (ख) भगवाना की माँ के सामने कौन-सी समस्या आ खड़ी हुई?

उत्तर : भगवाना की मृत्यु के बाद उसकी माँ के सामने परिवार का पेट भरने की समस्या आ खड़ी हुई घर में अनाज नहीं था। बहू बुखार से तप रही थी। उसकी दवाई की व्यवस्था करनी थी। उसने अपना छन्नी-ककना बेचकर कफन का कपड़ा खरीदा था। इस प्रकार उस पर अनेक समस्याएँ आ खड़ी हुई।

प्रश्न (ग) पाठ तथा लेखक का नाम लिखिए।

उत्तर : पाठ : दुःख का अधिकार

लेखक : यशपाल।


बहुविकल्पीय प्रश्न


प्रश्न (क) भगवाना की माँ को घर का सारा सामान क्यों बेचना पड़ा?

(i) बहू के इलाज के लिए

(ii) बच्चों के भोजन का इंतजाम करने के लिए

(iii) बेटे के अंतिम संस्कार के लिए

(iv) खरबूजे खरीदने के लिए

प्रश्न (ख) गद्यांश के माध्यम से समाज की किस कुप्रथा पर कटाक्ष किया गया है?

(i) अंतिम संस्कार संबंधी कुप्रथा पर

(ii) भेद-भावपूर्ण कुप्रथा पर

(iii) गरीबों पर अत्याचार संबंधी कुप्रथा पर

(iv) भुखमरी पर

प्रश्न (ग) भगवाना की माँ के समक्ष कौन-सी समस्या आ गई?

(i) भूख से व्याकुल बच्चों को उचित भोजन देने की समस्या

(ii) बीमार बहू का इलाज करवाने की समस्या

(iii) बेटे के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने की समस्या

(iv) (ii) और (iii)

प्रश्न (घ) बुढ़िया माँ को किसी ने दुअन्नी चवन्नी भी उधार नहीं दिया, क्योंकि-

(i) घर के कामकाजी की मृत्यु हो जाने के कारण

(ii) 13 दिन का सूतक लगने के कारण

(iii) घर में सभी के बीमार होने के कारण

(iv) बुढ़िया पर विश्वास न होने के कारण