किसी पर्वतीय स्थान का वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र कि वह भी कुछ दिनों के लिए तुम्हारे पास आ जाए।
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
20 मार्च 20××
प्रिय मित्र
सस्नेह नमस्कार।
आशा है कि तुम सपरिवार कुशल होंगे। कल ही तुम्हारा पत्र मिला। यह जानकर अत्यधिक प्रसन्नता हुआ कि तुम्हारी परीक्षा समाप्त हो गई है और तुम्हारा विद्यालय 15 जुलाई तक के लिए ग्रीष्मावकाश के उपलक्ष्य में बंद हो गया है। मेरी तथा मेरे घर के सदस्यों की बहुत दिनों से यह इच्छा थी कि तुम्हें कुछ दिनों के लिए बुलाएँ परंतु तुम्हारी पढ़ाई का विचार कर ऐसा नहीं कर पाए। अब तुम्हारी परीक्षा समाप्त हो गई है और विद्यालय बंद हो गया है। अतः अब हम तुम्हें यहाँ आने का सप्रेम निमंत्रण प्रेषित करते हैं। कोटद्वार यद्यपि एक छोटा-सा नगर है, फिर भी इसकी कई विशेषताएँ हैं। इस छोटे से नगर में भी अनेक दर्शनीय स्थल हैं। कालिदास के ‘अभिज्ञानशाकुन्तलम्’ का कण्वाश्रम यहीं है। सिद्ध बाबा का मंदिर, जहाँ प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु भक्त आकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, यहाँ का मुख्य आकर्षण है। यहाँ से 20-22 किलोमीटर की दूरी पर लैंसडौन पर्वतीय स्थल अपनी प्राकृतिक सुषमा के लिए प्रसिद्ध है। इस नगरी का एक-एक चप्पा अपने नैसर्गिक सौंदर्य से पूर्ण है।
प्रिय मित्र, मुझे पूरा विश्वास है कि तुम निश्चित रूप से मेरे निमंत्रण को स्वीकार करोगे। हम सभी तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहे हैं। आने से पूर्व यहाँ पहुँचने की तिथि से अवगत कराना, जिससे हम तुम्हें लेने स्टेशन पर आ सके।
तुम्हारा मित्र
क ख ग