अनौपचारिक पत्र : अपने मित्र को पत्र
अपने मित्र को बाढ़ के कारण हुए नुकसान पर सहानुभूति प्रकट करते हुए पत्र।
परीक्षा भवन
नई दिल्ली-110005
दिनांक 7 मई 20…..
प्रिय मित्र
सस्नेह नमस्कार।
कल ही तुम्हारा पत्र मिला। पत्र में तुमने बीते दिनों गाँव में आई बाढ़ के विषय में लिखा है कि बाढ़ के कारण तुम्हारे घर को काफी नुकसान पहुँचा है। घर का काफी सामान बाढ़ की भेंट चढ़ गया है।
निस्संदेह यह तुम्हारे लिए एक दुखद घटना है। मुझे इस बात का दुख है। किंतु प्राकृतिक आपदाओं के समक्ष किसी का वश नहीं चलता। तुम हिम्मत मत हारना। ईश्वर की कृपा से सब पहले की तरह ठीक हो जाएगा।
पिता जी की अनुमति से मैं तुम्हारी हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर हूँ। मुझसे जो भी बन सकेगा, अवश्य करूँगा। मेरी सहानुभूति सदैव तुम्हारे एवं तुम्हारे परिवार के साथ है।
तुम्हारे पत्रों की प्रतिक्षा में
तुम्हारा मित्र
क.ख.ग.