CBSEClass 9 Hindiअनुच्छेद लेखन (Anuchhed Lekhan)

अनुच्छेद लेखन : मेरा भारत महान


भारत की सभ्यता और संस्कृति संसार की प्राचीनतम सभ्यताओं में गिनी जाती है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक और गुजरात से गंगा सागर तक फैला ‘भारत’ नाम का यह विशाल भू-खंड विश्व का सातवाँ महादेश है। उत्तर में पवर्तराज हिमालय भारत के उन्नत भाल पर स्वर्ण-किरीट के समान सुशोभित है। देवनदी इस पावन भूमि पर प्रवाहित होकर इसे उर्वरता एवं रमणीयता प्रदान करती है। भौगोलिक रचना की दृष्टि से भारत का प्राकृतिक स्वरूप मनमोहक एवं विशिष्ट है। भारतवर्ष में प्राकृतिक सुषमा अनुपम है। यहाँ छह ऋतुएँ क्रम से आकर इसे सजाती-सँवारती है। पावस की रिमझिम फुहारें वसुंधरा को हरी साड़ी से आवृत्त कर देती हैं। विश्व का सबसे बड़ा यह लोकतंत्र देश जनसंख्या की दृष्टि से दूसरे स्थान पर है, खान-पान, रहन-सहन, वेशभूषा की दृष्टि से भारतीयों में भिन्नता है, फिर भी माला के मोतियों के समान आपस में प्रेम और भाईचारे के धागे में गुँथे हुए हैं। हमारा देश धर्म-निरपेक्ष है, जहाँ अनेक धर्मों के लोग मिल-जुलकर रहते हैं। सभ्यता और संस्कृति, साहित्य, संगीत और अनेक ललित कलाओं का विकास भी यहीं हुआ है। भारतीय संस्कृति का मूल स्वर विश्व-कल्याण है। ‘उदार चरितानांतु वसुधैव कुटुम्बकम्’ के स्वर इस धरा पर सदैव गूंजते रहे हैं और गूंजते रहेंगे। आध्यात्मिक क्षेत्र में जगद्‌गुरु कहा जाने वाला भारत आज भी विश्व को जीवनमूल्यों, आदर्शों एवं नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाता रहता है। सचमुच हमारा भारत अद्भुत है। इसकी महिमा तथा गरिमा अनूठी है।