अनुच्छेद लेखन – बढ़ती जनसंख्या : एक भयानक समस्या
बढ़ती जनसंख्या : एक भयानक समस्या
भारत आज़ादी के इतने वर्षों बाद भी जिन अनेक समस्याओं से ग्रसित है, उनमें से सबसे भयंकर एवं विकराल समस्या है-जनसंख्या वृद्धि। यही समस्या अन्य अनेक समस्याओं के मूल में है। गरीबी, बेरोज़गारी, घटते संसाधन, भ्रष्टाचार आदि अनेक समस्याओं की जड़ यही है। इसके कारण नागरिकों का नैतिक पतन होता है, जिसके फलस्वरूप राष्ट्रीय चरित्र को हानि तथा कार्यक्षमता एवं राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ता है। जनसंख्या बढ़ने के कारण अनेक हैं-छोटी उम्र में विवाह, पुत्र की कामना, सामाजिक एवं धार्मिक मान्यताएँ, भाग्यवादी दृष्टिकोण, अशिक्षा, जानकारी का अभाव आदि। इन सभी कारणों को दूर कर जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाना अनिवार्य है। यह सच है कि इस संबंध में सरकार द्वारा अनेक प्रयास किए गए हैं। जनसंचार माध्यमों द्वारा परिवार नियोजन के संबंध में व्यापक प्रचार कार्य किया गया है और किया जा रहा है। अनेक समाज-सेवी संस्थाएँ भी इस दिशा में कार्य कर रही हैं। विवाह की आयु निर्धारित की गई है। एक लड़की के लिए अनेक सुविधाएँ दी जा रही हैं, फिर भी आशानुरूप सफलता नहीं मिल पाई है। यह केवल सरकार का ही नहीं, अपितु नागरिकों का भी कर्त्तव्य है कि वे इस में सजग प्रयास करें।