अनुच्छेद लेखन : इंटरनेट की दुनिया
इंटरनेट की दुनिया
विज्ञान के बढ़ते चरण आज हमारे लिए ऐसे अनेक चमत्कार लेकर आए हैं, जिनके बारे में हम कभी कल्पना भी नहीं कर सकते थे। आज दुनिया हमारी मुट्ठी में हो गई है। माऊस (चूहा) पर क्लिक कीजिए और सारी दुनिया आपकी आँखों के सामने आ जाएगी। विज्ञान के अद्भुत चमत्कारों में से एक कंप्यूटर भी है और कंप्यूटर में प्राप्त इंटरनेट की सुविधा तो अद्भुत है। इसने आज पूरे संसार को एक सूत्र में बाँध रखा है। आम लोगों के लिए यह अजूबे से कम नहीं है। इंटरनेट की सुविधा ने ज्ञान के क्षेत्र में अद्भुत क्रांति ला दी है। आसमान की सैर, समुद्र की गहराई का अध्ययन, धरती के भीतर छिपी कोई भी जानकारी यहाँ सहज ही उपलब्ध हो जाती है। आज किसी भी व्यक्ति को दुनिया के किसी भी कोने की कोई भी जानकारी चाहिए तो उसे इंटरनेट पर उपलब्ध हो जाती है। आज इंटरनेट पर देश-विदेश की जानकारी, ज्योतिष संबंधी जानकारी, खेल, संगीत, शिक्षा, फ़िल्म, मौसम, विवाह करवाने, नौकरी प्राप्त करने, टिकट बुकिंग (रेल तथा हवाई), होटल बुकिंग, खरीददारी सभी कुछ बड़ी ही सहजता से संभव हो जाता है। किसी भी विषय की जानकारी मात्र एक क्लिक से प्राप्त की जा सकती है। अपने ज्ञान का विस्तार करने के लिए, दूर बैठे लोगों से संपर्क साधने के लिए, अपने फोटो भेजने व मँगवाने के लिए, स्कूलों-कॉलेजों में दाखिले की जानकारी के लिए, अस्पताल की जानकारी के लिए, हर तरह की जानकारी के लिए इंटरनेट उपलब्ध है। इंटरनेट आज मनोरंजन और ज्ञान विस्तार का सबसे अच्छा साधन बन गया है। इन सभी सुविधाओं के साथ-साथ इससे फैलने वाली कुछ बुराइयाँ भी आज विस्तार पा रही हैं। इसका दुरुपयोग करने वाले कम भी नहीं हैं। वाइरस के माध्यम से दूसरों को नुकसान पहुँचाना, अश्लील तस्वीरें भेजना, गंदे-गंदे ई-मेल भेजना अब आम हो गया है। आतंकवाद को बढ़ावा देने में भी इसका पूर्ण प्रयोग किया जा रहा है। आज भारत के भिन्न-भिन्न शहरों में होने वाले ‘सीरियल ब्लास्ट’ में भी इसका सहारा लिया जा रहा है। जिस प्रकार विज्ञान वरदान के साथ-साथ अभिशाप भी बन रहा है, उसी प्रकार आज इंटरनेट का सही प्रयोग वरदान और गलत प्रयोग अभिशाप बनता जा रहा है। अब मनुष्य को सोचना है कि वह वास्तव में चाहता क्या है?