• उत्साहित होने का नाटक करें और आप उत्साहित हो जाएंगे।
• निराशा और असफलता, सफलता के रास्ते में आने वाले दो निश्चित पद चिन्ह हैं।
• पहले कठिन काम पूरे करें। आसान काम खुद- बखुद पूरे हो जाएंगे।
• मूर्ख व्यक्ति ही आलोचना, निंदा और शिकायत करता है।
• डर कहीं और नहीं बस आपके दिमाग में बसता है।
• प्रसन्नता बाहरी परिस्थितियों पर निर्भर नहीं करती, वो हमारे मानसिक दृष्टिकोण से संचालित होती है।
• जब तक आप जो कर रहे हैं उसे पसंद नहीं करते तब तक आप सफलता नहीं पा सकते।
• दुनिया की ज्यादातर महत्वपूर्ण चीजें उन लोगों द्वारा प्राप्त की गई हैं, जो कोई उम्मीद ना होने के बावजूद निरंतर प्रयास में लगे रहे।
• अक्सर हमें थकान काम के कारण नहीं बल्कि चिंता, निराशा और असंतोष के कारण होती है।
• हममें में से ज्यादातर लोग जितना सोच सकते हैं उससे कहीं अधिक साहस रखते हैं।
• जो चाहा वो मिलना सफलता है, जो मिला उसको चाहना प्रसन्नता है।
डेल कार्नेगी