जिस तरह पतझड़ के बाद नए पत्ते आते हैं, उसी तरह संघर्ष के बाद अच्छे दिन आते हैं।
संघर्ष के दौरान ऐसा लग सकता है कि आप अभी भी खड़े हैं। जीवन में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। पर आप आगे बढ़ रहे होते हैं, बस आपको अहसास नहीं होता है। बदलाव के समय कुछ न कुछ बेहतर हो रहा होता है।
आग में सोने की परख होती है और मुश्किल समय में इंसान की।
अकेले हों तो विचार पर काबू रखना चाहिए और सबके साथ हों तो जुबान पर।
आपका जोश भरा पहला कदम ही तय करता है कि आपकी सफलता कितनी बड़ी होगी।
मेहनत विज्ञान की तरह है। जितना प्रयोग करेंगे, उतने परिणाम मिलेंगे।
भरपूर जीवंतता के लिए हर काम को सजगतापूर्वक करना जरूरी है। हर काम को करते हुए पूरा ध्यान केवल उसी पर रखा जाए तो इसे माइंडफुलनेस कहते हैं। यानि कि पूरी सजगता के साथ, उस लम्हे में मोजूद रहते हुए अपने काम का आनंद लेते हुए उसे पूरा करना।