समरूपी शब्द : अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय
भिन्न हैं समरुपी शब्दों के अर्थ
हिंदी भाषा में कुछ शब्द समानार्थी लगते हैं किंतु उनके अर्थ में भिन्नता होती है। यानी कि समरुपी और समानार्थी प्रतीत होने वाले शब्द। ऐसे कई शब्द है जिनका इस्तेमाल हम अक्सर करते हैं परंतु गलत शब्दों का चुनाव करने के कारण वाक्य के मायने बदल जाते हैं या कई बार उनके मायने ही नहीं होते। जानिए समानार्थी लगने वाले शब्द और उनके बीच का अंतर :
अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय
अक्सर लोग इन दोनों शब्दों को एक ही अर्थ में लेते हैं। अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों शब्दों की वर्तनी सही है, लेकिन दोनों ही शब्द अलग – अलग हैं।
* दोनों शब्दों में ‘अंतर्’ और ‘अंतर’ का फर्क है।
अंतर्राष्ट्रीय शब्द ‘अंतर् + राष्ट्रीय’ शब्द से मिलकर बना है। इसमें अंतर् का अर्थ है ‘अंदर’, जिसका मतलब हुआ ‘राष्ट्र के अंदर।’
वहीं अंतरराष्ट्रीय बना है अंतर + राष्ट्रीय, जिसमें अंतर का अर्थ है ‘दूरी या बाहर।’ अंतरराष्ट्रीय शब्द का मतलब हुआ ‘राष्ट्र के बाहर।’
अंतर्राष्ट्रीय शब्द देश के भीतर या आंतरिक को इंगित करता है, जबकि अंतरराष्ट्रीय शब्द राष्ट्र या देश के बाहर या अलग-अलग राष्ट्रों के बीच का संकेत देता है।
अगर उदाहरण से समझें तो यदि किसी देश में कोई समस्या है तो यह अंतर्राष्ट्रीय मामला कहलाएगा। वहीं यदि दो देशों के बीच मतभेद हुआ है तो यह अंतरराष्ट्रीय मामले को इंगित करता है।