प्रश्न. समय – नियोजन का क्या तात्पर्य है? यह क्यों आवश्यक है?
उत्तर : समय नियोजन से तात्पर्य है कि समय का कार्यों के अनुसार उचित विभाजन करना। यह इसलिए आवश्यक है क्योंकि इस से सभी कार्य सही समय पर हो सकते हैं।
प्रश्न. अत्यधिक व्यस्त रहते हुए भी गाँधी जी और नेहरू जी अपना काम समय पर कैसे निबटा लेते थे?
उत्तर : गाँधी जी और नेहरू जी अपना काम समय पर समय नियोजन के कारण निपटा लेते थे। वह समय का विभाजन सोच – समझ कर करते थे तथा दृढ़ता से उसका आचरण भी करते थे।
प्रश्न . समय धन की अपेक्षा अधिक महत्वपूर्ण है। क्यों?
उत्तर : समय धन की अपेक्षा अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि धन तो आता – जाता रहता है, पर गया समय फिर वापस नहीं आता।
प्रश्न. सफ़लता के साथ समय-नियोजन का क्या संबंध है? कुछ उदाहरण देते हुए स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : मानव जीवन में सफलता और समय-नियोजन का गहरा संबंध है। यह सफलता तभी संभव है, जब समय का ठीक विभाजन हो तथा उसका पालन भी हो। गांधी जी व नेहरू जी का सफल जीवन इसके प्रत्यक्ष प्रमाण हैं।
प्रश्न. समय – विभाजन के अनुसार काम करने से हमे क्या – क्या लाभ होते हैं? विद्यार्थियों के लिए समय पालन किन कारणों से आवश्यक है?
उत्तर : समय – विभाजन के अनुसार काम करने पर हम देखेंगे कि हमारे जीवन की व्यस्तता के बीच भी कितनी निश्चिंतता आ जाती है।
विद्यार्थियों के लिए समय पालन इसलिए आवश्यक है क्योंकि समय का पालन करने से विद्यार्थी न केवल अच्छे अंक प्राप्त करेंगे बल्कि खेल-कूद, व्यायाम, सामाजिक कार्यक्रमों आदि के लिए भी समय निकाल सकेंगे।