परीक्षा के कठिन दिन


परीक्षा की उपयोगिता – वास्तव में परीक्षा के दिन उन विद्यार्थियों के लिए कठिन होते हैं, जो परीक्षा से जूझने के लिए, परीक्षा में खरा उतरने के लिए, पहले से ही समय के साथ-साथ तैयारी नहीं करते।

परीक्षा – जीवन की कसौटी – जो विद्यार्थी प्रतिदिन की कक्षाओं के साथ-साथ परीक्षा की तैयारी भी करते जाते हैं, उन्हें परीक्षा का सामना करने से डर नहीं लगता। वे तो परीक्षा का इंजतार करते हैं। उन्हें परीक्षा के दिन कठिन नहीं, सुखद लगते हैं। वे परीक्षा की कसौटी पर खरा उतरना चाहते हैं और खरा उतरना जानते भी हैं, क्योंकि जिस प्रकार सोने को कसौटी पर परखा जाता है, उसी प्रकार विद्यार्थी की योग्यता की परख परीक्षा की कसौटी पर होती है।

परीक्षा में सफलता के उपाय – यही एक प्रत्यक्ष प्रमाण या मापदण्ड होता है, जिससे परीक्षार्थी के योग्यता- स्तर की जाँच कर उसे अगली कक्षा में प्रवेश के लिए या नौकरी के योग्य समझा जाता है। परीक्षा तो विद्यार्थियों को गम्भीरतापूर्वक अध्ययन करने के लिए कहती है। परीक्षा में अधिकाधिक अंक प्राप्त करने के लिए प्रतिभाशाली विद्यार्थी परीक्षा की डटकर तैयारी करते हैं, उन्हें परीक्षा से डर नहीं लगता। परीक्षा विद्यार्थियों में स्पर्द्धा की भावना भरती है तथा उनकी आलसी प्रवृत्ति को झकझोर कर परिश्रम करने में सहायक बनाती है। परीक्षा तो परीक्षा होती है। पर परीक्षा पद्धति ऐसी होनी चाहिए, जिससे विद्यार्थी की शिक्षा का मूल उद्देश्य पूरा हो, उसकी योग्यता की सही जाँच हो और उसे परीक्षा के दिन कठिन न लगें। इसके लिए सार्थक प्रयास करने होंगे और ये प्रयास तभी सफल होंगे, जब उन्हें सुनियोजित योजना के तहत लागू किया जाएगा।