गद्यांश
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
पता नहीं क्यों, उनकी कोई नौकरी लंबी नहीं चलती थी। मगर इससे वह न तो परेशान होते, न आतंकित, और न ही कभी निराशा उनके दिमाग में आती। यह बात उनके दिमाग में आई कि उन्हें अब नौकरी के चक्कर में रहने की बजाय अपना काम शुरू करना चाहिए। नई ऊँचाई तक पहुँचने का उन्हें यही रास्ता दिखाई दिया। सत्य है, जो बड़ा सोचता है, वही एक दिन बड़ा करके भी दिखाता है और आज इसी सोच के कारण उनकी गिनती बड़े व्यक्तियों में होती है। हम अक्सर इंसान के छोटे-बड़े होने की बातें करते हैं, पर दरअसल इंसान की सोच ही उसे छोटा या बड़ा बनाती है। स्वेट मार्डेन अपनी पुस्तक ‘बड़ी सोच का बड़ा कमाल’ में लिखते हैं कि यदि आप दरिद्रता की सोच को ही अपने मन में स्थान दिए रहेंगे, तो आप कभी धनी नहीं बन सकते, लेकिन यदि आप अपने मन में अच्छे विचारों को ही स्थान देंगे और दरिद्रता, नीचता आदि कुविचारों की ओर से मुँह मोड़े रहेंगे और उनको अपने मन में कोई स्थान नहीं देंगे, तो आपकी उन्नति होती जाएगी और समृद्धि के भवन में आप आसानी से प्रवेश कर सकेंगे। ‘भारतीय चिंतन में ऋषियों ने ईश्वर के संकल्प मात्र से सृष्टि रचना को स्वीकार किया है और यह संकेत दिया है कि व्यक्ति जैसा बनना चाहता है, वैसा बार-बार सोचे। व्यक्ति जैसा सोचता है, वह वैसा ही बन जाता है।’ सफलता की ऊँचाइयों को छूने वाले व्यक्तियों का मानना है कि सफलता उनके मस्तिष्क से नहीं, अपितु उनकी सोच से निकलती है। व्यक्ति में सोच की एक ऐसी जादुई शक्ति है कि यदि वह उसका उचित प्रयोग करे, तो कहाँ से कहाँ पहुँच सकता है। इसलिए सदैव बड़ा सोचें, बड़ा सोचने से बड़ी उपलब्धियाँ हासिल होंगी, फायदे बड़े होंगे और देखते-देखते आप अपनी बड़ी सोच द्वारा बड़े आदमी बन जाएँगे। इसके लिए हैजलिट कहते हैं – “महान सोच जब कार्यरूप में परिणत हो जाती है, तब वह महान कृति बन जाती है।”
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए :
प्रश्न 1. गद्यांश में किस प्रकार के प्रकार व्यक्ति के बारे में चर्चा की गई है?
(अ) आशावादी व साहसी व्यक्ति
(ब) स्वस्थ व्यक्ति
(स) सन्यासी व्यक्ति
(द) नौकरी पेशा व्यक्ति
प्रश्न 2. भारतीय विचारधारा में मनुष्य किस प्रकार जैसा बनना चाहता है, वैसा बन जाता है?
(अ) संकल्प और चिन्तन के द्वारा
(ब) बार-बार सोचने केद्वारा
(स) महान् रचना द्वारा
(द) इनमें से कोई नहीं
प्रश्न 3. उपर्युक्त गद्यांश में से मुहावरे छाँटकर लिखिए।
(अ) ऊँचाइयों को छूना
(ब) ऊंची सोच रखना
(स) बड़ी सोच का बड़ा कमाल
(द) ‘अ’ एवं ‘ब’
प्रश्न 4. ‘महान सोच जब कार्यरूप में परिणत हो जाती है, तब वह महान् कृति बन जाती है।’ नामक कथन किसका है?
(अ) स्वेटमार्डेन
(ब) हैजलिट
(स) भारतीय चिन्तन
(द) ऋषियों द्वारा
प्रश्न 5. व्यक्ति को अपने मन में किन चीजों को स्थान नहीं देना चाहिए?
(अ) दरिद्रता
(ब) नीचता
(स) कुविचार
(द) ये सभी