काव्यांश / पद्यांश
निम्नलिखित काव्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए-
रक्षाबंधन की सुबह रस की पुतली
छाई है घटा गगन की हल्की-हल्की
बिजली की तरह चमक रहे हैं लच्छे
भाई के है बाँधती चमकती राखी
प्रश्न. ‘चमकती’ ‘राखी’ से क्या तात्पर्य है?
(क) राखी के चमकते धागे
(ख) सोने के धागे
(ग) चाँदी के धागे
(घ) इनमें से कोई नहीं
प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार करते हुए पद्यांश के अनुसार सही कथन को चयनित कर लिखिए।
(क) ‘रस की पुतली’ का अर्थ काले बादल जो न बरसने को आतुर हैं।
(ख) ‘रस की पुतली’ का अर्थ चमकती लहर है।
(ग) ‘रस की पुतली’ का अर्थ काले बादल जो बरसने को आतुर हैं।
(घ) ‘रस की पुतली’ का अर्थ शहद है।
प्रश्न. काले बादलों की घटा कहाँ छाई है?
(क) नदी पर
(ख) पेड़ों पर
(ग) आसमान में
(घ) इनमें से कोई नहीं
प्रश्न. निम्नलिखित में से ‘घटा’ का पर्याय क्या नहीं है?
(क) वारिद
(ख) नीरज
(ग) धराधर
(घ) जलधर