अपठित गद्यांश : दूसरे दिन………… ऐसा नहीं किया।
अतिथि तुम कब, जाओगे : शरद जोशी
दूसरे दिन किसी रेल से एक शानदार मेहमाननवाजी की छाप अपने हृदय में ले तुम चले जाओगे। हम तुमसे रुकने के लिए आग्रह करेंगे, मगर तुम नहीं मानोगे और एक अच्छे अतिथि की तरह चले जाओगे। पर ऐसा नहीं हुआ। दूसरे दिन भी तुम अपनी अतिथि सुलभ मुसकान लिए घर में ही बने रहे। हमने अपनी पीड़ा पी ली और प्रसन्न बने रहे। स्वागत सत्कार के जिस उच्च बिंदु पर हम तुम्हें ले जा चुके थे. वहाँ से नीचे उतर हमने फिर दोपहर के भोजन को लंच की गरिमा प्रदान की और रात्रि को तुम्हें सिनेमा दिखाया। हमारे सत्कार का यह आखिरी छोर है, जिससे आगे हम किसी के लिए नहीं बढ़े। इसके तुरंत बाद भावभीनी विदाई का वह भीगा हुआ क्षण आ जाना चाहिए था, जब तुम विदा होते और हम तुम्हें स्टेशन तक छोड़ने जाते। पर तुमने ऐसा नहीं किया।
प्रश्न (क) लेखक ने दूसरे दिन मेहमान का किस प्रकार स्वागत किया?
उत्तर : लेखक ने दूसरे दिन भी मेहमान का बढ़िया स्वागत सत्कार किया। उसे दोपहर के समय फिर से अच्छा भोजना कराया। भोजन में सब्जियां, रायता और मीठा आदि रखे और रात को उसे सिनेमा भी दिखाया गया।
प्रश्न (ख) ‘सत्कार का आखिरी छोर’ से क्या आशय है?
उत्तर : इसका आशय है स्वागत करने का अंतिम प्रयास। लेखक मेहमान को चार दिन से खिलाते-पिलाते और प्रसन्न करते हुए ऊब चुका है। अब वह इसका अंत चाहता है।
प्रश्न (ग) लेखक मेहमान को किस प्रकार विदा करना चाहता था?
उत्तर: लेखक मेहमान को बड़े भावपूर्ण ढंग से विदा करना चाहता था। वह चाहता था कि वह उसे छोड़ने के लिए स्टेशन तक जाए और स्नेहपूर्वक फिर से आने के लिए कहे।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न (क) लेखक को अतिथि से यह आशा थी कि
(i) लेखक के आग्रह करने पर अतिथि वहाँ से चला जाएगा।
(ii) अतिथि सुलभ मुसकान घर में बनी रहेगी।
(iii) दूसरे दिन अतिथि सज्जनतापूर्वक लेखक के यहाँ से चला जाएगा।
(iv) लेखक के आग्रह पर अतिथि वहां रुक जाएगा।
प्रश्न (ख) दूसरे दिन भी अतिथि के न जाने पर लेखक ने क्या किया?
(i) अतिथि को वहाँ से चले जाने के लिए कहा
(ii) दुखी होकर भी प्रसन्नता का दिखावा करने लगे
(iii) अतिथि को भावभीनी विदाई दी
(iv) अतिथि को स्टेशन तक छोड़ने के लिए ले गए
प्रश्न (ग) लेखक दूसरे दिन की रात्रि को अतिथि को लेकर कहाँ गए?
(i) पार्क में घुमाने
(ii) स्टेशन छोड़ने
(iii) भोजन करवाने
(iv) सिनेमा दिखाने
प्रश्न (घ) लेखक ने सत्कार का आखिरी छोर किसे कहा है?
(i) दूसरे दिन के आतिथ्य सत्कार को
(ii) भावभीनी विदाई को
(iii) अतिथि को सम्मानपूर्वक स्टेशन तक छोड़ आने को
(iv) घर में शांति बनाए रखने को