अनौपचारिक पत्र : माता जी को दिनचर्या के बारे में पत्र
आप छात्रावास में रहते हैं। अपनी माता जी को पत्र लिखकर वहाँ की दिनचर्या के बारे में बताएँ।
परीक्षा भवन
बनारस
16.11.20××
पूज्य माता जी
चरणस्पर्श
आपका पत्र मिला। पढ़कर हार्दिक प्रसन्नता हुई। आपने मुझसे मेरी दिनचर्या के विषय में पूछा है। मैं प्रातः पाँच बजे उठता हूँ। शौचादि से निवृत्त होकर पार्क में सैर के लिए जाता हूँ। छह बजे छात्रावास वापस आ जाता हूँ। नहा-धोकर पूजा करके मैं सात बजे नाश्ता करता हूँ। 10 बजे हमें जलपान के लिए अवकाश होता है। हमारा स्कूल 2.30 बजे बंद हो जाता है। तब हम भोजन के लिए जाते हैं। कमरे में वापस आकर मैं आराम करता हूँ। इसके बाद मैं पढ़ता हूँ और स्कूल का काम करता हूँ। फिरदूधपीता हूँ। एक घंटा पढ़ाई करके खेलने चला जाता हूँ। 6.30 बजे फिर में नया पाठ पढ़ता हूँ। आधा घंटा अखबार पढ़कर 8.30 बज हम रात का खाना खाते हैं। 10.30 बजे हम सोने चले जाते हैं। रविवार को छुट्टी होने पर अध्यापकों के पास समस्याएँ हल करवाने जाता हूँ।
पूज्य पिता जी को मेरा प्रणाम और नानी को प्यार कहेंगी/देंगी।
आपके उत्तर की प्रतीक्षा में।
आपका पुत्र
क०ख०ग०