अनुच्छेद-लेखन
अनुच्छेद-लेखन की परिभाषा
अनुच्छेद-लेखन एक कला है। किसी विषय से संबंधित सभी महत्त्वपूर्ण बातों का संक्षिप्त वर्णन करते हुए लिखने के लिए बड़े बुद्धि-कौशल की आवश्यकता होती है। अनुच्छेद लिखते हुए भूमिका बाँधने और निष्कर्ष देने की आवश्यकता नहीं होती अर्थात् इसे लिखते समय किसी निश्चित ढाँचे में बँधने की अपेक्षा नहीं होती। दिए गए विषय को ध्यान में रखकर पूरे अनुच्छेद में उसी का विस्तार किया जाता है। अनुच्छेद-लेखक के लिए निम्नलिखित महत्त्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी आवश्यक हैं-
1. अनुच्छेद-लेखन एक प्रकार की संक्षिप्त लेखन-शैली है। अतः मुख्य विषय पर ही केंद्रित रहना चाहिए।
2. अनुच्छेद में अनावश्यक प्रसंग नहीं होने चाहिए।
3. सभी वाक्यों का परस्पर घनिष्ठ संबंध होना चाहिए।
4. अनुच्छेद का केंद्रीय भाव प्रारंभ व अंत के वाक्य में अवश्य आना चाहिए।
5. भाषा सरल, स्पष्ट व प्रभावशाली होनी चाहिए।
6. वर्तनी, विराम और शुद्ध भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
7. दिए गए संकेत-बिंदुओं के भाव को समझकर पहले विचार करना चाहिए तथा एक क्रम और लय निश्चित करके उसके आधार पर विषय को आगे बढ़ाना चाहिए।
8. सामान्यतः 80-100 शब्दों में अनुच्छेद लिखना चाहिए।