अनुच्छेद लेखन : समाचार-पत्र
समाचार-पत्र
आज विश्व में समाचार-पत्रों का प्रकाशन सर्वाधिक प्रचलित और प्रभावी संचार साधन माना जाता है। हिंदुस्तान का सबसे पहला समाचार-पत्र ‘इंडिया गजट’ नाम से निकला था। तब से मुद्रण तकनीक के विकास के साथ-साथ समाचार-पत्रों का प्रकाशन तथा जन-वितरण आजतक निरंतर प्रगति के पथ पर है। आज अंग्रेज़ी एवं हिंदी भाषा के अतिरिक्त सभी क्षेत्रीय भाषाओं में समाचार-पत्रों का प्रकाशन काफ़ी ज़ोरों पर है। ये समाचार-पत्र राजनीतिक, सामाजिक, व्यावसायिक क्षेत्र की अद्यतन सूचनाएँ देकर जनमत तैयार करने का महत्त्वपूर्ण कार्य करते हैं। एक तरह से इन समाचार-पत्रों को समय की आँख और समाज की नब्ज़ कहा जाता है। समाचार-पत्र जन-जीवन की वास्तविकताओं को उजागर करके सत्ता का ध्यान आकर्षित करते हैं और सत्ता की नीतियों का आकलन कर समाज के सामने रखते हैं। एक प्रकार से स्वस्थ पत्रकारिता के माध्यम से वे जनता और सत्ता के बीच एक मज़बूत कड़ी की भूमिका निभा सकते हैं। अख़बार की ताकत का इज़हार इन शब्दों में दर्शनीय है :
“खेंचो न कमान-ओ-खंजर, न तलवार निकालो। जब तोप मुकाबिल हो तो अख़बार निकालो॥”